आपकी सेक्‍स लाइफ यूं बर्बाद कर सकता है डायबिटीज

आपकी सेक्‍स लाइफ यूं बर्बाद कर सकता है डायबिटीज

डॉक्‍टर अनूप मिश्रा

यदि आपको अपने पार्टनर के साथ सेक्‍स संबंध बनाने में परेशानी आ रही है तो इसे सामान्‍य समस्‍या न मानें। आपको अपना ब्‍लड शुगर चेक करवाने की जरूरत हो सकती है। दरअसल, डायबिटीज के कारण मर्द और औरत दोनों को सेक्‍स संबंधित समस्‍याएं हो सकती हैं क्‍योंकि उनके यौनांगों से जुड़ी नर्व या रक्‍त वाहिनियां इस बीमारी के कारण क्षतिग्रस्‍त हो सकती हैं:

  • मर्दों में इसके कारण कामेच्‍छा में कमी, शिश्‍न में कड़ेपन की समस्‍या अथवा वीर्य स्राव में परेशानी हो सकती है। नपुंसकता की स्थिति भी बन सकती है।
  • डायबिटीज पीड़‍ित महिलाओं में सेक्‍स के प्रति दिलचस्‍पी में कमी आ सकती है, सेक्‍स के दौरान शिथिल प्रतिक्रिया हो सकती है अथवा यौनांग में गीलापन कम हो सकता है।

 

कड़पेन की समस्‍या (इरेक्‍टाइल डिस्‍फंक्‍शन)

सेक्‍स संबंध बनाने के दौरान शिश्‍न में तनाव लाने में अक्षमता या तनाव को बरकरार न रख पाना इरेक्‍टाइल डिस्‍फंक्‍शन कहा जाता है। डायबिटीज के करीब 50 फीसदी मरीज इस समस्‍या से ग्रस्‍त पाए जाते हैं और बीमारी बढ़ने के साथ ये समस्‍या भी बढ़ती जाती है। इसके साथ ही इरेक्‍टाइल डिस्‍फंक्‍शन हृदय की किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।

कारण

  • डायबिटीज संबंधित नर्व की समस्‍या अथवा नाड़ी से संबंधित कोई परेशानी
  • हार्मोन या थायराइड से जुड़ी कोई समस्‍या
  • उच्‍च रक्‍तचाप में ली जाने वाली कुछ दवाएं (बीटा ब्‍लॉकर्स जैसे कि एटेनोलोल, मेटोप्रोलोल, बाइसोप्रोलोल आद‍ि), अवसाद दूर करने वाली अथवा शांति प्रदान करने वाली (सिडेटिव) दवाएं
  • आयु के कारण
  • धूम्रपान
  • मनोवैज्ञानिक कारक, सही से परफॉर्म नहीं कर पाने का डर, अवसाद, अंतरंग संबंधों में कोई दिक्‍कत भी कुछ लोगों में इस बीमारी का कारण हो सकते हैं।

रोकथाम और प्रबंधन

  • ब्‍लड शुगर पर प्रभावी नियंत्रण नर्व को क्षतिग्रस्‍त होने से रोक सकता है और नाड़ी संबंधी परेशानी से बचा सकता है
  • लंबे समय तक चलने वाले इलाज में हार्मोन की समस्‍याओं, थाइराइड की परेशानी आदि का इलाज भी शामिल किया जाता है
  • यौनांगों तो रक्‍त संचार को बढ़ाने वाली कुछ दवाएं जैसे कि सिल्‍डेनाफ‍िल और टेडेलाफ‍िल आदि‍ इस परेशानी में मददगार हो सकती हैं। हालांकि इनका इस्‍तेमाल किसी विशेषज्ञ चिकित्‍सक की सलाह के अनुसार ही करें
  • धू्म्रपान छोड़ने, शराब के अतिशय इस्‍तेमाल को बंद करने और नियमित रूप से एयरोबिक व्‍यायाम करने से भी मदद मिलती है
  • मनोच‍िक‍ित्‍सक की सलाह से भी मदद मिल सकती है

ध्‍यान दें

डायबिटीज के 50 से 70 फीसदी मरीजों में बीमारी के किसी न किसी स्‍तर पर यौन संबंध से जुड़ी समस्‍याएं आती हैं। मरीज को इसके बारे में अपने डायबेटोलॉजिस्‍ट को खुलकर बताना चाहिए क्‍योंकि इनका सही इलाज किया जा सकता है और अधिकांश मरीजों में इस इलाज का लाभ भी होता है।

 

(डॉक्‍टर अनूप मिश्रा की किताब डायबिटीज विद डिलाइट से साभार। ब्‍लूम्‍सबरी से प्रकाशित ये किताब अमे‍जन से मंगाई जा सकती है।)

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।